हिंदी कहानियां - भाग 54
एक दिन अकबर बहुत ख़ुश था. उन्होंने जेल में कैद सभी कैदियों को रिहा करने का दे दिया.
जेल से सारे कैदी आज़ाद कर दिए गए. उन कैदियों में एक बूढ़ा कैदी भी थी.
अकबर ने पूछा, “तुम बड़े बुजुर्ग लग रहे हो. कब से कैद में हो?”
बूढ़े ने जवाब दिया, “हुज़ूर, मैं आपके पिता के समय से कैद हूँ.”
“इसे फिर से बंद कर दो. ये हमारे अब्बा हुज़ूर की आख़िरी निशानी है.” अकबर बोला